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आप भी पढ़ो networker क़ि कहानि

*हम नेटवर्क  वाले है....*💥💥💥💥💥

हम घूमने भी जाते हैं, फिरने भी जाते है।
हम नेटवर्किग वाले  है , नेटवर्किंग   के सिवाए  कही ना जाते हैं।

ना गाने सुना करते हैं, ना गज़ले सुना करते हैं।
हम नेटवर्क  वाले  हैं, लोगों की परेशानी सुना करते हैं।

टीम के लोगों के दुःख-दर्द  कुछ ऐसे पहचान लेते है।
हम नेटवर्क  वाले  हैं, चेहरा देखकर सब हाल जान लेते हैं।

ना गीता, ना बाइबिल, ना ही क़ुरान पढ़ते है।
हम नेटवर्क वाले  है, Scheme Circular  और Tax Notice पढ़ते है।

ना डिस्को में जाते हैं हम, ना डेट पे जाते हैं,
हम नेटवर्क  वाले है, अक़सर  घर  देर से जाते है।

खुद ही कहानी लिखते है और खुद ही डायरेक्टर होते हैं।

हम नेटवर्क  वाले हैं, हमारे अपने परदे, अपने थिएटर होते है।

हसरतें हूबहू है, खुदा की है,

 लेकिन ख़ुदा नहीं, हम भी बनना इंसान भला चाहते है।

हम नेटवर्क  वाले  है, चाहे कुछ भी हो अपने साथियों  का भला चाहते हैं।

ना खाकी पे एतबार है , ना खद्दर पे इतना भरोसा करते है।

हम नेटवर्क वाले है, लोग हम पे बेहिसाब भरोसा करते है।

हिन्दू भी खड़ा रहता है, मुस्लिम भी खड़ा रहता है।

ये नेटवर्क वालो का दिल है, जहां
इंसानियत भीतर रहती है, मज़हब बाहर खड़ा रहता हैं।

*सभी नेटवर्कर भाइयो को समर्पित*
👌👌👌

बिटकॉइन हो जाएगा समाप्त ?


U.K के सारे क्रेडिट कार्ड कंपनी ने btc और सारे क्रिप्टो से होने वाले लेन देन पर लगाया  परिबन्द , मसहूर कारोबारी वेरॉन ने क्रिप्टो करेंसी न खरीदने और इसके समाप्त होने के आशंका जताई

बिटकॉइन लीगल नहि लेकिन बैन भी नहि

दोस्तो।
इंडिया में बिटकॉइन को लेकर लोगो मे एक भ्रम की  स्थिति बनी हुई है।

ज्यादातर लोग ये सोच रहे है कि देश मे बिटकॉइन वैन हो चुका है।

लेकिन दरअसल ऐसा बिल्कुल भी नही है।

  वित्  मंत्री अरुण जेटली जी ने अपने बजट में साफ साफ कहा है कि देश मे बिट कॉइन लीगल टेंडर नही है।

जिस तरह से प्रधानमंत्री जी ने रात आठ बजे कहा था कि 500,1000 के नोट अगली सुबह से लीगल टेंडर नही रहेंगे।

अब लीगल टेंडर का  मतलब समझिए।

लीगल टेंडर वह होता है जिससे देश मे कोई भी बस्तु को दाम देकर रुपया देकर खरीद लिया जाता है।

बस इसी बात पर जोर देकर अरुण जेटली जी ने बिट कॉइन के बारे में अपने बजट में कहा है कि बिट कॉइन से देश मे कोई भी बस्तु देश के लोग खरीद नही सकते यानि bit coin देश मे ठीक उसी तरह से लीगल टेंडर नही है जैसे आज पुराने 500,1000 के नोट।

दूसरी बात उनके द्वारा बिट कॉइन को लेकर ये भी कही गयी कि बिट कॉइन से किसी भी फंडिंग या किसी भी आपराधिक प्रवर्ति जैसे, अपहरण,आतंकवाद , या अवांछित गतिविधियों में बीत कॉइन को लेकर जो भी व्यक्ति पाया गया उसके खिलाफ शख्त कार्यवाही सरकार करेगी जिससे बिट कॉइन का दुरुपयोग आपराधिक गतिविधियों में देश मे न हो सके।

लीगल टेंडर और वैन दोनों अलग अलग शव्दों के अर्थ है।

वैन का मतलब होता है पूरी तरह से वैन होना।

अगर वित्त मंत्री वैन शव्द का use करते तो सबसे पहले।

भारतीय बिट कॉइन की सभी एक्सचेंज पर तुरन्त प्रभाव से कार्यवाही शुरू हो जाती।

ऐसा नही हुआ।

दूसरी वात उन्होंने कही की ब्लॉकचैन पर सरकार हर सम्भावित सम्भावनाये फ्यूचर में तलाश रही है जिसकी मार्च में कमेटी सरकार को रिपोर्ट देगी।

तीसरा सरकार द्वारा bit coin पर लिया जाने बाला tex।

यानि अगर वित्त मंत्री जी के सरल स्टेटमेंट को ठीक से समझा जाये तो।

भारत मे बिट कॉइन लीगल टेंडर नही है यानी आप बिट कॉइन से आप देश मे कोई वस्तु खरीद नही सकते।

Bit coin वैन इसलिए नही है क्योंकि  बिट कॉइन पर सरकार का टेक्स स्लेव चार्ट पहले ही दिया हुआ है।

सरकार बिट कॉइन को लेकर बहुत सजग व सावधान है।

क्योंकि सरकार जब बिट कॉइन पर टैक्स ले रही है तो इस स्थिति में देश के लोग बिट कॉइन को भारतीय मुद्रा की तरह धीरे धीरे लीगल टेंडर न बना दे।

इसलिए जनता को बिट कॉइन से भारतीय मुद्रा की तरह चलन में रोकने के लिए ही बिट कॉइन लीगल टेंडर नही है शव्द का बार बार सरकार द्वारा उपयोग किया जा रहा है।

सही अर्थों में।

बिट कॉइन न लीगल है और न ही अनलीगल।

बस आप बिट कॉइन से देश मे कोई चीज अभी खरीद नही है।

इसलिए लीगल टेंडर नही है।

वाकी आप जैसे बिट कॉइन खरीद रहे थे ट्रेडिंग कर रहे थे।
वह सब चलता रहेगा अंतर सिर्फ अब ये होगा कि पहले बिना टेक्स से बिट कॉइन में हम ट्रेडिंग करते थे अब टेक्स के साथ ट्रेडिंग करेंगे।



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